पैसा, शांति और समृद्धि चाहिए? जानिए शिवलिंग पर चढ़ाएं खास रस, दूर होंगी आर्थिक बाधाएं, जानें कैसे मिलेगी सकारात्मक ऊर्जा
क्या है अनार और शिवलिंग का रिश्ता?
अनार को आयुर्वेद में बहुत ही शुभ और ताकतवर फल माना गया है. इसे रक्तवर्धक कहा जाता है और ये शरीर को ऊर्जा देता है. वहीं, शिवलिंग पर चढ़ाया गया हर फल या द्रव्य, एक तरह से हमारे मन और भावनाओं की अर्पणा होती है. अनार का रस चढ़ाने का मतलब है – शिव को वो शक्ति अर्पित करना, जो खुद अनार के अंदर होती है.
ये उपाय करने वाले कई लोग बताते हैं कि उनके रुके हुए पैसे मिलने लगे, काम में बरकत आने लगी और घर में सुख-शांति बनी. इसे सिर्फ अंधविश्वास कहकर टाल देना सही नहीं होगा, क्योंकि कई बार आस्था ही इंसान की सोच बदल देती है और सोच बदले तो हालात भी बदलते हैं.
ये उपाय किन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है?
1. जिनका पैसा फंस गया हो या रुक-रुक कर आ रहा हो.
2. जिनका बिज़नेस लगातार घाटे में जा रहा हो.
3. नौकरी में प्रमोशन या सैलेरी में अड़चन हो.
4. घर में नेगेटिव माहौल बना रहता हो.
ध्यान देने वाली बातें
1. अनार का रस ताज़ा ही होना चाहिए.
2. चढ़ाने के बाद बचा हुआ रस किसी को पिलाएं नहीं.
3. मन में कोई लालच या दिखावा न हो.
4. एक बार में चमत्कार की उम्मीद न करें, आस्था और धैर्य रखें.


