Diwali 2025 Mahalakshmi Temple: महालक्ष्मी के प्रसिद्ध 4 मंदिर, जहां दर्शन करने मात्र से मिलते हैं सभी सुख, एक तो मुस्लिम देश में
Last Updated:
Diwali Mahalakshmi Temple: दिवाली का पर्व आने वाला है और इस दौरान माता लक्ष्मी के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाती है. हम यहां आपको महालक्ष्मी के ऐसे 4 मंदिरों के बारे में बताने जा रहा हैं, जहां माता के दर्शन करने मात्र से सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. इन मंदिरों में माता का एक मंदिर तो मुस्लिम देश में हैं और वहां शक्तिपीठ के रूप में मां विराजमान हैं.
Diwali 2025 Famous Mahalakshmi Temple: अक्टूबर का महीना त्योहारों का होता है, जिसमें धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज जैसे बड़े त्योहार होते हैं. हर कोई चाहता है कि दीपावली पर उनके घर खुद महालक्ष्मी चलकर आएं. देशभर में कई ऐसे मंदिर हैं, जहां जाने पर मां लक्ष्मी की खास कृपा मिलती है और धन-धान्य भी खुद आता है. दीपावली के मौके पर इन मंदिरों में देश विदेश से लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं और माता का आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं. माता लक्ष्मी का तो उज्जैन में ऐसा मंदिर है, जो 2000 साल पुराना बताया जाता है. वहीं चेन्नई में प्रसिद्ध अष्टलक्ष्मी मंदिर हैं, जहां माता सभी स्वरूपों में दर्शन देती हैं. आइए जानते हैं महालक्ष्मी के इन मंदिरों के बारे में…
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में श्री महालक्ष्मी मंदिर है. यह मंदिर शक्तिपीठ है, जहां सती के नेत्र गिरे थे. इस मंदिर में मां लक्ष्मी को सोने, चांदी और हीरे से सजाया जाता है. दीपावली और नवरात्रि पर इस मंदिर में खास भीड़ रहती है. माना जाता है कि यहां आने वाला भक्त कभी निराश होकर नहीं लौटता.

महालक्ष्मी गर्भ शक्तिपीठ
बांग्लादेश में मां लक्ष्मी को समर्पित मंदिर महालक्ष्मी गर्भ शक्तिपीठ है. इस मंदिर को श्री शैल या ग्रीवा शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है. यह मंदिर सिलहट जिले के पास मौजूद जोइनपुर गांव में है. माना जाता है कि इस मंदिर में मां सती का गला गिरा था. दीपावली के मौके पर मंदिर को खूब सजाया जाता है और श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामना लेकर आते हैं.
अष्टलक्ष्मी मंदिर
चेन्नई के बेसेंट नगर में प्रसिद्ध अष्टलक्ष्मी मंदिर है, यहां मां 8 रूपों में विराजमान हैं. इस मंदिर में वीरलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, गजलक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, और आदिलक्ष्मी रूपों में मां लक्ष्मी विराजमान हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में मां लक्ष्मी की कृपा से धन और संतान दोनों की प्राप्ति होती है. इस मंदिर की वास्तुकला भी बहुत अच्छी है.

2000 साल पुराना लक्ष्मी माता का मंदिर
उज्जैन में मां लक्ष्मी ‘गज लक्ष्मी’ के रूप में विराजमान हैं. यह मंदिर उज्जैन के नई पेठ मध्य सर्राफा बाजार के पास है. इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां मां लक्ष्मी सफेद हाथी पर विराजमान हैं. मां लक्ष्मी की ऐसी अनोखी प्रतिमा आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगी. यह मंदिर 2,000 वर्ष पुराना है. यहां पूजा करने से मां लक्ष्मी समृद्धि और सौभाग्य का वरदान देती हैं.
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें


