Shani Dev aur Hanuman: हनुमान जी ने जब शनि देव को दिखाया अपना रूप, तब शनि भी बोल उठे ‘जय श्री राम’!
पूरी कथा – हनुमान जी बनाम शनि देव
कहानी बहुत पुरानी है. शनि देव एक बार स्वभाव के अनुसार लोगों को उनके कर्मों के मुताबिक सजा देने निकले थे. तभी उन्होंने सोचा, अब तो हनुमान पर भी साढ़े साती का असर डालना चाहिए. उन्होंने हनुमान जी से कहा – “अब तेरे ऊपर भी मेरी साढ़े साती शुरू हो रही है.”
शनि देव को यह बात अहंकार लगी. उन्होंने कहा – “अब देखते हैं, मैं कैसे तेरी परीक्षा लेता हूं.”
हनुमान जी ने मुस्कराकर उन्हें मुक्त किया और कहा – “यही तो भक्ति की ताकत है. जो सच्चे मन से राम नाम लेता है, उसके सारे ग्रह शांत रहते हैं.”
क्या है इस कहानी से सीख?
1. भक्ति में ताकत है – अगर किसी का मन और विश्वास मजबूत हो, तो कोई नकारात्मक शक्ति उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती हैं.
3. हनुमान जी का नाम ही काफी है – ये कहानी बताती है कि अगर इंसान संकट में हनुमान जी को याद करे, तो शनि जैसी सख्त शक्ति भी मदद करने को तैयार हो जाती है.


