Rakshabandhan 2025 Today: आज राखी बांधते समय तीन गांठों का रखें ध्यान और इस मंत्र का करें जप

Rakshabandhan 2025 Today: आज राखी बांधते समय तीन गांठों का रखें ध्यान और इस मंत्र का करें जप

Rakshabandhan 2025 Today: आज देशभर में धूमधाम से रक्षा बंधन का पर्व मनाया जा रहा है और इस बार राखी के त्योहार पर भद्रा का साया नहीं है, यानी बहनें कभी भी भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं. राखी सिर्फ एक धागा नहीं है बल्कि स्नेह, सुरक्षा और विश्वास का वादा है, जो बहनें भाइयों की कलाई पर बांधती हैं. वैदिक मुहूर्त शास्त्र के अनुसार, राखी बांधने का कार्य राहुकाल, भद्रा काल और अशुभ ग्रह योग में टालना चाहिए और तीन गाठों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं राखी बांधते समय किस मंत्र का जप करना चाहिए और राखी बांधने में कितनी गांठें लगानी चाहिए…

राखी बांधते समय 3 गांठें
शास्त्रों में राखी (रक्षा सूत्र) बांधते समय गांठों का भी विशेष महत्व बताया गया है. वैदिक परंपरा के अनुसार, राखी बांधते समय तीन गांठें बांधना सबसे शुभ माना गया है. राखी ती तीन गांठें त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) और त्रिशक्ति (सरस्वती, लक्ष्मी, पार्वती) का प्रतीक मानी जाती हैं. रक्षा सूत्र विधि में कहा गया है कि तीन गांठों से बंधी मौली न केवल रक्षा करती है, बल्कि दीर्घायु, समृद्धि और आशीर्वाद भी प्रदान करती है.

पहली गांठ – रक्षा का वचन
दूसरी गांठ – सुख-समृद्धि की प्रार्थना
तीसरी गांठ – आपसी प्रेम और विश्वास की स्थिरता

राखी बांधते समय बहन भाई को सद्बुद्धि, प्रेम और रक्षा का आशीर्वाद देती हैं. राखी में एक तरह की ऊर्जा होती है, जो नकारात्मक शक्तियों को दूर रखती है और भाई को हर दुख व परेशानियों से दूर रखती है. कुछ जगहों पर आज भी पांच गांठ बांधी जाती हैं, जो पंचतत्व और पांच देवताओं को समर्पित होती हैं.

राखी बांधते समय मंत्र जप
येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वाम् अनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त: आज राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 47 मिनट से दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक है.

राखी बांधने के लिए भद्रा के साथ साथ राहुकाल का भी विशेष ध्यान रखा जाता है इसलिए आज राहुकाल का समय सुबह 09 बजकर 08 मिनट से 10 बजकर 47 मिनट तक है. इसलिए इस समय भूलकर भी राखी ना बांधें.

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