Raksha Bandhan 2025: राखी बांधते समय भाई किस दिशा में बैठे तो मिलेगा शुभ फल, जानें रक्षाबंधन के दिन अपनाने लायक वास्तु उपाय
1. पूजा की दिशा तय करें सही ढंग से
राखी बांधने से पहले जो छोटी सी पूजा होती है, उसके लिए पूजा का स्थान घर की उत्तर-पूर्व दिशा में बनाएं. इसे वास्तु में सबसे पवित्र और सकारात्मक दिशा माना जाता है. इस दिशा में भगवान विष्णु या गणेश जी की पूजा करने से वातावरण में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है और घर के सदस्य मानसिक रूप से शांत और खुश रहते हैं.
बहन जब भाई को राखी बांधने लगे, तो इस बात का खास ध्यान रखें कि भाई का मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर हो. इसे बेहद शुभ माना गया है. वास्तु के अनुसार, इन दिशाओं की ओर देखकर राखी बंधवाने से भाई के जीवन में तरक्की, सेहत और सुख-समृद्धि बनी रहती है. इसके साथ-साथ रिश्तों में आपसी समझ और प्यार भी बढ़ता है.
3. कौन से रंग होंगे शुभ?
रंगों का हमारे मूड और माहौल पर गहरा असर पड़ता है. रक्षाबंधन के दिन अगर बहन पीले, हरे या लाल रंग के कपड़े पहनती है, तो यह न सिर्फ दिखने में खूबसूरत लगता है, बल्कि वास्तु के मुताबिक भी यह शुभ संकेत माना गया है, ये रंग जीवन में ऊर्जा, समृद्धि और खुशी लाते हैं. बहन चाहें तो इन रंगों की राखियां भी इस्तेमाल कर सकती हैं.
5. दीपक जलाना न भूलें
राखी बांधने और पूजा के बाद, घी का दीपक जलाना न भूलें. इसे घर की लक्ष्मी को खुश करने का संकेत माना जाता है. दीपक की लौ न सिर्फ अंधेरे को मिटाती है, बल्कि घर में एक अलग ही शांति और ऊर्जा लेकर आती है. खासतौर पर शाम के समय जब भाई-बहन साथ बैठें, तो ये दीपक घर का पूरा माहौल बदल देता है.
6. मिठाई और चांदी का सिक्का देना भी है शुभ
अगर बहन भाई को राखी के साथ चांदी का सिक्का दे, तो यह उसके लिए बहुत शुभ माना जाता है. चांदी को समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना गया है. साथ ही, मिठाई खिलाना तो रक्षाबंधन की जान है. यह सिर्फ मुंह मीठा करने के लिए नहीं, बल्कि रिश्ते में मिठास घोलने के लिए जरूरी होता है.


