Krishna Mantras on Janmashtami: जन्माष्टमी पर करें इन कृष्ण मंत्रों का जाप, हर मुश्किल में मिलेगा मुरली मनोहर का साथ
1. हरे कृष्ण महामंत्र
“हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम
राम राम हरे हरे॥”
2. ॐ नमो भगवते श्री गोविन्दाय
यह 12 अक्षरों वाला मंत्र बेहद असरदार माना जाता है. मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से सुख, सौभाग्य और सफलता में बढ़ोतरी होती है. खासतौर पर जिन लोगों को प्रेम विवाह या रिश्तों में दिक्कत आ रही हो, उनके लिए यह मंत्र बहुत लाभदायक है. इसके नियमित जाप से रिश्तों में मिठास आती है और मन को शांति मिलती है.
यह मंत्र पूरी तरह से समर्पण का भाव जगाता है. जब कोई इंसान खुद को भगवान को सौंप देता है, तब भगवान उसका साथ कभी नहीं छोड़ते. इस मंत्र का जाप खासतौर पर तब किया जाता है जब इंसान किसी मुश्किल में होता है, ये वही मंत्र है, जिसकी भावना में भगवान कृष्ण ने द्रौपदी की लाज बचाई थी. इससे भरोसा और साहस दोनों मिलते हैं.
5. श्रीकृष्ण लीलामृत मंत्र
“आदौ देवकी देव गर्भजननं, गोपी गृहे वर्धनम्।
माया पूजनिकासु ताप हरणं गोवर्धनोधरणम्।।
कंसच्छेदनं कौरवादिहननं, कुंतीसुपाजालनम्।
एतद् श्रीमद्भागवतम् पुराण कथितं श्रीकृष्ण लीलामृतम्।।”
6. अच्युतं केशवं मंत्र
“अच्युतं केशवं रामनारायणं
कृष्णं दामोदरं वासुदेवं हरे।
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं
जानकी नायकं रामचंद्रं भजे।।”
इस मंत्र में भगवान के कई रूपों को एक साथ याद किया जाता है. इससे मन में श्रद्धा और समर्पण की भावना बढ़ती है. यह मंत्र हर दिन सुबह-सुबह जपना चाहिए, इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है और सभी संकट दूर होते हैं.


