Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पूजा के समय बन रहा अशुभ योग, फिर कैसे होगा पूजन? पंचांग से जानें सही बात

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पूजा के समय बन रहा अशुभ योग, फिर कैसे होगा पूजन? पंचांग से जानें सही बात

Karwa Chauth Puja 2025: 10 अक्टूबर को करवा चौथ की पूजा सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में होती है. इस बार करवा चौथ की पूजा के समय अशुभ व्यतीपात योग बन रहा है. इस योग में कोई शुभ कार्य नहीं करते हैं. अब सवाल यह है कि क्या व्यतीपात योग में करवा चौ​थ की पूजा कर सकते हैं? व्यतीपात योग कब से कब तक रहेगा? इसके बारे में आपको पंचांग की मदद लेनी चाहिए. आइए पंचांग से जानते हैं करवा चौथ पूजा के समय बनने वाले अशुभ योग और उसके प्रभाव के बारे में.

करवा चौथ पूजा का मुहूर्त

करवा चौथ के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 57 मिनट से शाम 7 बजकर 11 मिनट तक है. इस दिन व्रती महिलाओं को सवा घंटे का शुभ समय पूजा के लिए ​मिल रहा है, लेकिन उससे पहले ही व्यतीपात योग लग जाएगा.

करवा चौथ पर व्यतीपात योग

करवा चौथ के दिन व्यतीपात योग शाम को 05 बजकर 41 मिनट से शुरू हो रहा है, जो 11 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 7 मिनट तक रहेगा. करवा चौथ पूजा शाम 5:57 बजे से शुरू होनी है.

अशुभ व्यतीपात योग का प्रभाव

पंचांग के अनुसार, व्यतीपात योग अशुभ और विघ्नकारक माना जाता है. इस अशुभ योग में गृह प्रवेश, विवाह, सगाई, मुंडन आदि जैसे मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. उसमें विघ्न और बाधाएं आ सकती हैं. इस योग में व्यक्ति के अंदर उथल-पुथल और मानसिक अशांति हो सकती है. वाणी पर संयम रखना होता है, नहीं तो विवाद की स्थिति बन सकती है. व्यतीपात योग में कोई नया काम या बिजनेस शुरू नहीं करना चाहिए.

व्यतीपात योग देता है शुभ फल

व्यतीपात योग के समय में लोगों को मंत्र जाप, ध्यान आदि करना चाहिए. इससे मानसिक शांति और संयम प्राप्त होगा. इस समय में दान किया गया दान सबसे अच्छा माना जाता है. व्यतीपात योग के देवता रुद्र और यमराज हैं और अधिष्ठाता ग्रह राहु है. इस योग में आप दान करते हैं तो जन्म जन्मों के पाप मिट जाते हैं.

व्यतीपात योग में करवा चौथ की पूजा

करवा चौथ की पूजा में भगवान गणेश, माता गौरी और शिव जी की पूजा करते हैं. व्यतीपात के देव रुद्र और यम हैं. रुद्र स्वयं शिव के अंश हैं और यमराज मृत्यु के देवता है, जिन्होंने सावित्री को उनके पति सत्यवान के प्राण लौटा दिए थे.

करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु के लिए है. ऐसे में आप करवा चौथ की पूजा शुभ मुहूर्त में करें. व्यतीपात योग में शिव परिवार की पूजा करने से सभी कष्ट मिटते हैं. शिव मंत्रों का जाप करने से हर संकट दूर होता है. शिव पूजा से राहु दोष की शांति होती है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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