Yam Deepak Jalane Ka Samay 2025: धनतेरस पर इसलिए जाता है यम दीपक, जानें दीप जलाने का समय, मंत्र और दिशा

Yam Deepak Jalane Ka Samay 2025: धनतेरस पर इसलिए जाता है यम दीपक, जानें दीप जलाने का समय, मंत्र और दिशा

Last Updated:

Yam Deepak 2025: आज देशभर में धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है. धनतेरस पर यम दीपक जलाने की परंपरा बहुत प्राचीन वैदिक ज्योतिषीय और लौकिक आधारों पर टिकी हुई है. इसके पीछे मुख्य रूप से शनि और यम के तत्त्वों का संतुलन तथा आयु रक्षा (आयुष्य वृद्धि) का उद्देश्य है. आइए जानते हैं यम दीपक जलाने का समय…

ख़बरें फटाफट

Yam Deepak Jalanae Ka Samay 2025: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हर वर्ष धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. इस दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर देवता और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने का विधान है. आज के दिन पूजा-पाठ और खरीदारी के साथ-साथ यम दीपक जलाने का भी विशेष महत्व है. मान्यता है कि धनतेरस पर यम दीपक जलाने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है और आपके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है. दीपक जलाते समय मन ही मन पूरे परिवार को हर समस्या से बचाए रखने की कामना करनी चाहिए. आइए जानते हैं धनतेरस पर क्यों जलाया जाता है यम दीपक, यम दीपक जलाने का मंत्र और सही दिशा….

यम दीपक जलाने का महत्व (Yam Deepak Jalane Ka Mahatva)

त्रयोदशी तिथि शनिवार के दिन पड़ रही है इसलिए इस तिथि को शनि त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाएगा. आज रात के स्वामी शनि को माना गया है और शनि का संबंध मृत्यु, ऋण, पितृदोष और कर्मफल से हैं. वहीं यमराज भी शनि के भ्राता और मृत्यु के अधिपति हैं. इसलिए कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी की रात्रि, जो स्वयं यम तिथि मानी जाती है, उस दिन दीप जलाना शनि–यम की कृपा प्राप्त करने का साधन है. यह दीपक दरवाजे के बाहर दक्षिण दिशा (जो यम की दिशा है) में जलाया जाता है. ऐसा करने से यम के दूत उस घर में प्रवेश नहीं करते और पितृदोष और आकस्मिक मृत्यु से रक्षा होती है. यम दीपक शनि–राहु–केतु के अशुभ प्रभावों को शांत करता है और जातक की आयु रेखा को स्थिर करता है.

इस तरह जलाएं यम दीपक

धनतेरस के दिन यम दीपक घर से बाहर और अनाज के ढेर पर रखकर जलाना चाहिए. इस तरह दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

यम दीपक जलाने की दिशा (Yam Deepak Jalane Ki Disha)

दीपक जलाते समय ध्यान रखें कि दीपक का मुख यानी दीपक की बत्ती दक्षिण दिशा की ओर रखनी चाहिए क्योंकि दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी गई है.

यम दीपक जलाने का मंत्र (Yam Deepak Jalane Ka Mantra)

यम दीपक के लिए आप एक बड़ा चौकोर दीपक लें और उसमें चार बत्तियां लगा लें और सरसों का तेल भर लें. इसके बाद घर के बाहर शाम के समय प्रदोष काल में दक्षिण दिशा की तरफ दीपक जला दें. जब आप दीपक जलाएं तो मन में ‘मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन श्यामया सह। त्रयोदशी दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतां मम॥’ मंत्र का जप करें.

यम दीपक जलाने का समय (Yam Deepak Jalane Ka Samay)

धनतेरस के शाम प्रदोष काल में यम दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है. दीपक जलाने का शुभ समय शाम 5 बजकर 48 मिनट से 7 बजकर 4 मिनट तक रहेगा.

authorimg

Parag Sharma

मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें

मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homedharm

धनतेरस पर इसलिए जाता है यम दीपक, जानें दीप जलाने का समय, मंत्र और दिशा

Source link

Previous post

धनतेरस पर पीतल का कछुआ घर में क्यों लाना चाहिए? अगर लाएं तो इसे कहां रखें, जानिए इसका सही स्थान और महत्व

Next post

Yamraj Mandir: विश्व का एक मात्र ऐसा मंदिर जहां बहन के साथ यमराज की होती है पूजा, भाई दूज से है विशेष संबंध

You May Have Missed