दुख, दारिद्र्य, धन संकट से चाहते हैं मुक्ति, तो पढ़ें दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र

दुख, दारिद्र्य, धन संकट से चाहते हैं मुक्ति, तो पढ़ें दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र

सावन का महीना चल रहा है. सावन में भगवान शिव की पूजा करने से कष्ट मिटते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यदि आपके जीवन में दुख है, गरीबी और दरिद्रता से परेशान हैं, तो आपको भगवान शिव की पूजा के समय दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. इसको पढ़ने से दुख, दरिद्रता, धन का संकट दूर होता है. महादेव के आशीर्वाद से धन, सुख, वैभव आदि की प्राप्ति होती है. महर्षि वशिष्ठ ने मानव कल्याण के लिए दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र की रचना की थी. आइए जानते हैं दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र के बारे में.

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र

विश्वेश्वराय नरकार्णव तारणाय
कणामृताय शशिशेखरधारणाय।
कर्पूरकान्तिधवलाय जटाधराय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

गौरीप्रियाय रजनीशकलाधराय
कालान्तकाय भुजगाधिपकङ्कणाय।
गंगाधराय गजराजविमर्दनाय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

भक्तिप्रियाय भवरोगभयापहाय
उग्राय दुर्गभवसागरतारणाय।
ज्योतिर्मयाय गुणनामसुनृत्यकाय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

चर्मम्बराय शवभस्मविलेपनाय
भालेक्षणाय मणिकुण्डलमण्डिताय।
मंझीरपादयुगलाय जटाधराय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

पञ्चाननाय फणिराजविभूषणाय
हेमांशुकाय भुवनत्रयमण्डिताय।
आनन्दभूमिवरदाय तमोमयाय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

भानुप्रियाय भवसागरतारणाय
कालान्तकाय कमलासनपूजिताय।
नेत्रत्रयाय शुभलक्षण लक्षिताय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

रामप्रियाय रघुनाथवरप्रदाय
नागप्रियाय नरकार्णवतारणाय।
पुण्येषु पुण्यभरिताय सुरार्चिताय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

मुक्तेश्वराय फलदाय गणेश्वराय
गीतप्रियाय वृषभेश्वरवाहनाय।
मातङ्गचर्मवसनाय महेश्वराय
दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥

वसिष्ठेन कृतं स्तोत्रं सर्वरोगनिवारणं।
सर्वसंपत्करं शीघ्रं पुत्रपौत्रादिवर्धनम्।
त्रिसंध्यं यः पठेन्नित्यं स हि स्वर्गमवाप्नुयात्॥

॥इति वसिष्ठ विरचितं दारिद्र्यदहनशिवस्तोत्रं सम्पूर्णम्॥

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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