विचारों में उलझन या बार-बार कन्फ्यूजन? दिशा से बिगड़ता है दिमाग का संतुलन? कहीं इस दिशा में तो नहीं रखी गलत चीज?
Vastu Tips For North East Direction : हर घर या ऑफिस का एक अपना वातावरण होता है. यह माहौल सिर्फ सजावट या रंगों से नहीं बनता, बल्कि वहां रखी चीजों की दिशा और उनका स्थान भी इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं. जब बात दिशा की आती है, तो अक्सर लोग नॉर्थ ईस्ट (पूर्वोत्तर) को लेकर थोड़े सजग रहते हैं. वास्तुशास्त्र और ऊर्जा विज्ञान के अनुसार, यह दिशा विचारों, मानसिक शांति और रचनात्मकता से जुड़ी होती है. नॉर्थ ईस्ट को ज्ञान और समझ की दिशा माना जाता है. इस ओर अगर सही चीजें रखी हों, तो व्यक्ति के जीवन में स्पष्टता, अच्छे विचार और समझदारी बनी रहती है. लेकिन अगर वहां कोई भारी, रुकावट पैदा करने वाली या गलत वस्तु रखी हो – जैसे इन्वर्टर, भारी अलमारी या गंदगी – तो यह उलझन, तनाव और लगातार भ्रम की स्थिति पैदा कर सकती है. इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे ज्योतिषाचार्य रवि पराशर से कि नॉर्थ ईस्ट दिशा में कौन-कौन सी वस्तुएं नहीं होनी चाहिए और क्यों यह दिशा हमारी सोच और जीवन के निर्णयों को गहराई से प्रभावित करती है.
नॉर्थ ईस्ट यानी उत्तर-पूर्व दिशा, सुबह की पहली किरण को सबसे पहले अपने भीतर समेटती है. यह दिशा मानसिक ऊर्जा, नए विचारों और शांत सोच का केंद्र मानी जाती है. कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति को जीवन में नई सोच, प्रेरणा और समाधान चाहिए, तो उसे इस दिशा को हल्का और साफ-सुथरा रखना चाहिए.
इस दिशा का एक और विशेष गुण है – यह विचारों को जन्म देती है. जब आपके मन में कोई नया आइडिया आता है, तो वह इसी मानसिक ऊर्जा से जुड़ा होता है. लेकिन सोचिए, अगर ऐसे विचार लगातार, बिना रुके, बार-बार आने लगें और किसी पर भी आप ध्यान केंद्रित न कर पाएं, तो क्या होगा? यह स्थिति “कन्फ्यूजन” कहलाती है.
इन्वर्टर और भारी सामान: क्यों नहीं होने चाहिए नॉर्थ ईस्ट में?
नॉर्थ ईस्ट दिशा का संबंध हल्केपन, स्पष्ट सोच और शांति से है. वहीं इन्वर्टर जैसी वस्तुएं भारी होती हैं, और इनमें इलेक्ट्रिक फील्ड्स भी बनी रहती हैं. जब ऐसा कोई भारी और ऊर्जावान उपकरण नॉर्थ ईस्ट में रखा जाता है, तो वह इस दिशा की स्वाभाविक ऊर्जा को दबा देता है.
इसका असर व्यक्ति की सोच पर पड़ता है:
-लगातार नए विचार आते हैं लेकिन स्पष्ट नहीं होते
-किसी एक विचार पर ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता
-निर्णय लेने में मुश्किल आती है
-मानसिक थकान और भ्रम की स्थिति बनी रहती है
यह स्थिति देखने में सामान्य लग सकती है, लेकिन लंबे समय तक ऐसा वातावरण मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है.
अन्य गलत वस्तुएं जो इस दिशा में नहीं होनी चाहिए
1. भारी अलमारी या स्टोरेज यूनिट: इससे दिशा का खुलापन खत्म होता है.
2. गंदगी या कूड़ा: मानसिक अव्यवस्था का कारण बनता है.
3. डस्टबिन या वॉशिंग मशीन: यह दिशा पवित्र मानी जाती है, यहां गंदगी रखने से विचारों में उलझन आती है.
4. डार्क रंग की सजावट: नॉर्थ ईस्ट को हमेशा हल्का और साफ रंग देना चाहिए.
क्या होना चाहिए नॉर्थ ईस्ट दिशा में?
अगर आप चाहते हैं कि आपके विचार स्पष्ट रहें, नई सोच आती रहे और निर्णय सही हों, तो इस दिशा में कुछ विशेष चीजें रखें:
-पूजा का स्थान
-पानी से जुड़ी चीजें जैसे जलकुंभ, छोटा फव्वारा या कांच का बाउल
-खुली खिड़की, जिससे रोशनी आए
-हल्के रंग – सफेद, हल्का नीला या क्रीम

मानसिक असर और जीवन पर प्रभाव
नॉर्थ ईस्ट दिशा का असर सिर्फ सोच तक सीमित नहीं है. यह आपके पूरे जीवन के फैसलों, रिश्तों, और यहां तक कि करियर पर भी असर डाल सकती है. जब आपका मन शांत और साफ होता है, तब आप सही निर्णय ले पाते हैं, लोगों को समझ पाते हैं और मुश्किलों का समाधान आसानी से खोज पाते हैं.
गलत वस्तुएं इस दिशा में आपके मन को भटकाव की स्थिति में डाल देती हैं. आप एक ही समय में कई बातों को सोचने लगते हैं, लेकिन किसी को भी अंजाम तक नहीं पहुंचा पाते. यह स्थिति व्यक्ति को लगातार असंतोष की ओर ले जाती है.
नॉर्थ ईस्ट दिशा घर या ऑफिस का वह कोना है, जो हमारे विचारों और मानसिक ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है. इसे हल्का, साफ और सकारात्मक बनाए रखना बेहद जरूरी है. इन्वर्टर या कोई भी भारी वस्तु इस दिशा की ऊर्जा को बाधित कर सकती है, जिससे व्यक्ति के जीवन में भ्रम और तनाव बढ़ सकता है. इसलिए अगली बार जब आप घर में कुछ नया सेट करें, तो दिशाओं का ध्यान जरूर रखें.