मोहब्बत किसे कहते हैं? इस महान संत से ही सुन लीजिए, आज से ही बदल जाएगी सारी धारणा

मोहब्बत किसे कहते हैं? इस महान संत से ही सुन लीजिए, आज से ही बदल जाएगी सारी धारणा

Last Updated:

आज के दौर में मोहब्बत सभी करना चाहते हैं लेकिन प्रेम क्या है, इसके बारे में बहुत कम जानते हैं. प्रेम केवल एक रिश्ता बनाना नहीं है बल्कि हर चीज से प्रेम परे लेकर जाता है, जिससे परमानंद की प्राप्ति होती है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में संत ने बेहद बारीकी से प्रेम की परिभाषा बताई है. आइए जानते हैं क्या है इस वीडियो में…

मोहब्बत किसे कहते हैं? इस महान संत से ही सुन लीजिए, आज से ही बदल जाएगी धारणा
धार्मिक संत और आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज का एक प्रवचन काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वह मोहब्बत किसे कहते हैं, वह बता रहे हैं. प्रवचन में महाराजजी ने मोहब्बत की असली परिभाषा समझाई है और कहा है कि असली मोहब्बत वह है, जो इंसान को हर भौतिक आकर्षण और स्वार्थ से ऊपर उठाती है. यह मोहब्बत किसी भी परिस्थिति, वस्तु या स्थिति तक सीमित नहीं होती, बल्कि जीवन की हर परिस्थिति में इंसान को सच्चाई, करुणा और भक्ति से जोड़ती है. आइए जानते हैं वायरल वीडियों में प्रेमानंद महाराज मोहब्बत के बारे में क्या कहते हैं.

प्रेमानंद महाराज ने बताई प्रेम की परिभाषा
प्रेमानंद महाराज ने बताया कि आज की दुनिया में लोग मोहब्बत को दायरों में बांध देते हैं. लेकिन वास्तविक मोहब्बत वह है जो बिना शर्त हो, जिसमें लेने-देने का हिसाब न हो. उन्होंने कहा कि मोहब्बत का मतलब सिर्फ प्यार जताना नहीं, बल्कि हर हाल में साथ निभाना है. चाहे दुख हो या सुख, सच्ची मोहब्बत हर चीज से बड़ी होती है. उनके अनुसार, जब इंसान मोहब्बत को सही मायनों में समझ लेता है तो उसमें ईर्ष्या, क्रोध और नफरत के लिए जगह ही नहीं बचती.

क्या है वीडियो में देखें?
वायरल वीडियो में प्रेमानंद महाराज जी कह रहे हैं कि प्रेम की सीधी परिभाषा है हम जिससे प्रेम करते हैं, सिर्फ उसको सुख देने की भावना हो. एक बार दिल दे दिया तो फिर तुम चाहे जैसा तुम करो अब हम तुम्हे दिल दे दिया… एक बार जब हमने तुम्हे दिल दे दिया तो दे दिया यार. जिंदगी भर के लिए दे दिया.

प्रेमानंद आगे कहते हैं कि अब तुम अगर हमें मार भी डालोगे तो हमारा दिल तुमको आशीर्वाद देगा. प्रेम का मतलब समझते हो… अगर तुम हमे मारोगे या मार भी डालोगे… तो हमारे दिल में अगर आवाज सुनोगे, तुम्हारे लिए आशीर्वाद ही निकलेगा. तुम्हारे लिए दुख नहीं निकलेगा… इसे कहते हैं प्रेम.

View this post on Instagram



Source link

Previous post

Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष में श्राद्ध की कैसे हुई थी शुरुआत? दानवीर कर्ण से क्या है कनेक्शन, पढ़ें रोचक कहानी

Next post

Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष में कौए को भोजन क्यों कराते हैं? पितरों से इसका क्या संबंध, पढ़ें पौराणिक कथा

You May Have Missed