क्या आंखों का फड़कना देता है शुभ या अशुभ संकेत? जानिए क्या कहती हैं दादी-नानी

क्या आंखों का फड़कना देता है शुभ या अशुभ संकेत? जानिए क्या कहती हैं दादी-नानी

रामपुर: अक्सर आपने सुना होगा कि अगर आंख फड़क रही है, तो कुछ अच्छा या बुरा होने वाला है. घर की दादी-नानी भी हमेशा कहती हैं बेटा आंख फड़क रही है कुछ न कुछ जरूर होने वाला है. सुनने में ये बातें भले ही पुरानी लगें, लेकिन आज भी बहुत से लोग इन्हें सच मानते हैं.

क्या होता है आंखों का फड़कने का मतलब

दरअसल, आंखों का फड़कना कई बार एक सामान्य शारीरिक क्रिया भी होती है, लेकिन ज्योतिष के अनुसार यह शुभ और अशुभ संकेत भी दे सकता है. माना जाता है कि अगर किसी महिला की बाईं आंख फड़कती है, तो यह शुभ संकेत है यानी उसे कोई खुशी मिलने वाली है जैसे गिफ्ट, पैसे, किसी पुराने दोस्त से मुलाकात या करियर में तरक्की. वहीं अगर पुरुष की बाईं आंख फड़कती है तो यह अशुभ माना जाता है. ऐसा होने पर जीवन में किसी तरह की परेशानी या दुख की संभावना बताई जाती है.

पुरुष की दाईं आंख फड़कने का मतलब

अगर किसी पुरुष की दाईं आंख फड़कती है, तो इसे अच्छा माना जाता है. कहा जाता है कि ऐसे समय कोई अच्छी खबर मिल सकती है या किसी अधूरे काम में सफलता मिलती है, लेकिन महिलाओं के लिए दाईं आंख का फड़कना अशुभ संकेत माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार इस समय कोई दुखद समाचार मिल सकता है या किसी करीबी व्यक्ति से दूरी या किसी अपने पर संकट है.

ऊपरी और निचली पलक फड़कने का मतलब

कहते हैं कि अगर ऊपरी पलक फड़कती है तो घर में किसी मेहमान के आने का संकेत होता है. वहीं निचली पलक फड़कने का मतलब है कि आने वाले दिनों में कुछ मानसिक या शारीरिक परेशानी हो सकती है, इसलिए ऐसे समय थोड़ा ध्यान रखना चाहिए.

महिला ने सुनाई आपबीती

रामपुर की 60 वर्षीय द्रौपदी ने इस बारे में अपना अनुभव साझा किया उन्होंने बताया यह बात तो सच है कि अगर कुछ दिन लगातार आंख फड़क रही हो, तो उसका कोई न कोई मतलब जरूर होता है. कुछ साल पहले मेरी दाईं आंख लगातार नौ दिन तक फड़क रही थी और दसवें दिन मेरे 20 साल के बेटे की अचानक मौत हो गई. इसी तरह जब भी मेरी दाईं आंख फड़की है कुछ न कुछ बुरा ही हुआ है. उसके बाद से मैं मानती हूं कि दाईं आंख फड़कना महिलाओं के लिए कभी शुभ नहीं होता और हमारे बड़े बुजुर्ग भी इस बात को कहते आए हैं.
वहीं वे यह भी कहती हैं कि महिलाओं की बाईं आंख का फड़कना हमेशा अच्छा होता है.

क्या कहता है विज्ञान

वहीं अगर विज्ञान की मानें तो आंखों का फड़कना कई कारणों से हो सकता है जैसे तनाव, नींद की कमी, धूल या ज्यादा मोबाइल देखने से आंखों पर दबाब दवाओं के साइड इफेक्ट, तेज रोशनी या एलर्जी भी इसका कारण बन सकते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अगर आंख बार-बार फड़कती है और लंबे समय तक ठीक नहीं होती, तो इसे नजरअंदाज न करें- आई ड्रॉप्स या आराम से यह समस्या ठीक हो सकती है.

भले ही विज्ञान अपनी बात कहता है, लेकिन ज्योतिष और अनुभव दोनों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. द्रौपदी जैसी कई महिलाएं आज भी आंखों के फड़कने को किसी न किसी संकेत से जोड़ती हैं. शायद यही वजह है कि आज भी जब आंख फड़कती है, तो लोग सबसे पहले कहते हैं देखो कुछ तो होने वाला है.

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