कजरी तीज कब है? बनेंगे 2 शुभ योग, लेकिन सुबह से ही भद्रा, जानें तारीख, मुहूर्त और महत्व

कजरी तीज कब है? बनेंगे 2 शुभ योग, लेकिन सुबह से ही भद्रा, जानें तारीख, मुहूर्त और महत्व

कजरी तीज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है. इस बार कजरी तीज के दिन 2 शुभ योग बनेंगे, लेकिन उस दिन सुबह में भद्रा का साया है. कजरी तीज के अवसर पर व्रत और पूजा करते हैं. इस दिन महिलाएं मेहंदी लगाती हैं, झूला झूलती हैं और उत्सव मनात हैं. तीज का व्रत माता पार्वती के लिए रखा जाता है, इसमें माता पार्वती के साथ भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की पूजा करते हैं. आइए जानते हैं कि कजरी तीज कब है? कजरी तीज का मुहूर्त और शुभ योग कौन से हैं?

2025 में कजरी तीज की तारीख

दृक पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया ​तिथि 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर शुरू होगी और यह 12 अगस्त को सुबह 8 बजकर 40 मिनट तक मान्य है. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर कजरी तीज 12 अगस्त दिन मंगलवार को मनाई जाएगी.

2 शुभ योग में है कजरी तीज

12 अगस्त को कजरी तीज के दिन 2 शुभ योग बन रहे हैं. उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और सुकर्मा योग बन रहे हैं. सुकर्मा योग प्रात:काल से लेकर शाम 06 बजकर 54 मिनट तक रहेगा. उसके बाद से धृति योग बन रहा है.

वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग दिन में 11 बजकर 52 मिनट से बनेगा, जो अगले दिन 13 अगस्त को सुबह 5 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. ये दोनों ही शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं. कजरी तीज पर पूर्व भाद्रपद नक्षत्र प्रात:काल से लेकर दिन में 11 बजकर 52 मिनट तक है. उसके बाद से उत्तर भाद्रपद नक्षत्र है.

कजरी तीज मुहूर्त

कजरी तीज के दिन का शुभ समय यानि अभिजीत मुहूर्त दिन में 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर में 12 बजकर 52 ​मिनट तक है. वहीं उस दिन का ब्रह्म मुहूर्त 04 बजकर 23 ए एम से सुबह 05 बजकर 06 ए एम तक है.

कजरी तीज पर भद्रा का साया

कजरी तीज के अवसर पर भद्रा का साया है. उस दिन भद्रा सुबह में 5 बजकर 49 मिनट से लगेगी, जो सुबह 8 बजकर 40 मिनट तक रहेगी. इस भद्रा का वास धरती है. इस वजह से आप भद्रा में कोई भी शुभ कार्य न करें. भद्रा में काम करने से उसमें विघ्न और बाधाएं आती हैं.

कजरी तीज पर पूरे दिन रोग पंचक

इस साल कजरी तीज पर पूरे दिन रोग पंचक है. यह पंचक 10 अगस्त को रविवार के दिन शुरू हो रहा है, रविवार को पंचक रोग पंचक कहलाता है. रोग पंचक में सेहत से जुड़ी समस्याएं होने की आशंका रहती है.

कजरी तीज का महत्व

कजरी तीज के दिन व्रत और पूजा करने से सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी है. इस दिन महिलाएं व्रत रखकर माता पार्वती की पूजा विधि विधान से करती हैं. उनकी कृपा से वैवाहिक जीवन में खुशहाल होता है.

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