गर्ल फ्रेंड करना चाहती है Karwa Chauth का उपवास तो चंद्रमा नहीं इसे देखकर तोड़ें व्रत

गर्ल फ्रेंड करना चाहती है Karwa Chauth का उपवास तो चंद्रमा नहीं इसे देखकर तोड़ें व्रत

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Karwa Chauth Vrat Rules: करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म में बेहद खास माना जाता है. यह व्रत सुबह की सरगी के साथ शुरू होता है और चंद्रमा को अर्घ्य देने के साथ खत्म हो जाता है. लेकिन आजकल कई कुंवारी कन्याएं करवा चौथ का व्रत करती हैं लेकिन उनके लिए नियम अलग होते हैं. आइए जानते हैं कुंवारी कन्याओं के लिए करवा चौथ व्रत के नियम क्या हैं…

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Karwa Chauth Vrat Niyam For Girlfriend: हिंदू धर्म में करवा चौथ का विशेष महत्व और इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए निर्जला व्रत करती हैं. करवा चौथ का व्रत त्याग, प्रेम और समर्पण का प्रतीक है और यह व्रत केवल एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि दाम्पत्य जीवन की पवित्रता और विश्वास का उत्सव है. लेकिन आजकल युवा लड़कियां भी करवा चौथ का व्रत करती हैं और इस व्रत के जरिए पार्टनर के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करती हैं. हालांकि करवा चौथ का व्रत केवल सुहागिन महिलाओं द्वारा ही किया जाना चाहिए लेकिन अगर आपकी गर्लफ्रेंड करवा चौथ का व्रत करना चाहती है और आपके मना करने पर भी यह व्रत कर रही हैं तो उनके लिए अलग नियम बनाए गए हैं. आइए जानते हैं कुंवारी महिलाएं किस तरह करवा चौथ का व्रत करें…

करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ का व्रत पति की दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य, और अखंड सौभाग्य के लिए किया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार निर्जला उपवास रखती हैं अर्थात ना तो जल पीती हैं, ना भोजन करती हैं, जब तक कि चंद्र दर्शन ना हो जाए. लेकिन आजकल कई अविवाहित (कुंवारी) लड़कियां भी करवा चौथ का व्रत रखती हैं. वो सिर्फ पति की लंबी उम्र के लिए नहीं, बल्कि अपने भावी जीवनसाथी या मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत करती हैं. आइए जानते हैं कुंवारी कन्याएं करवा चौथ का व्रत कैसे और किन बातों का ध्यान रखकर रखें.

कुंवारी कन्याओं के लिए करवा चौथ व्रत का महत्व
अगर आपकी गर्लफ्रेंड करवा चौथ का व्रत करना चाहती हैं तो सबसे पहले उनके लिए निर्जला व्रत जरूरी नहीं है. आप फलाहार या जलाहार (केवल फल और जल) का व्रत रखें. कुंवारी कन्याएं करवा चौथ की पूजा लगभग उसी तरह करती हैं जैसे सुहागिन महिलाएं करती हैं, बस कुछ छोटे फर्क के साथ. सोलह श्रृंगार नहीं करें, सिर्फ हल्का पारंपरिक श्रृंगार करें. करवा चौथ कथा सुनें और माता पार्वती की आरती करें. पूजा में पति की जगह भविष्य के जीवनसाथी के सुख और दीर्घायु की कामना करें.

कुंवारी कन्याएं चांद देखकर व्रत ना तोड़ें
चंद्रमा को देखकर केवल सुहागिन महिलाएं ही व्रत तोड़ सकती हैं और शास्त्रों में केवल इसका ही विधान है. अगर कुंवारी कन्याएं करवा चौथ का व्रत करती हैं तो वे चंद्रमा को देखकर नहीं बल्कि तारों को देखकर व्रत का पारण कर सकती हैं. कुंवारी कन्याओं को पूजा में छलनी का प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं है. वे सीधे तारों को देखें, फिर अर्घ्य दें और व्रत का पारण कर लें.

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Parag Sharma

मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें

मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें

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गर्लफ्रेंड करना चाहती है करवा चौथा का व्रत, तो केवल इन्ही नियमों का करें पालन

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